50% से कम एक्टिव्ली मैनेज्ड मिड कैप फंड कैटेगरी बेंचमार्क को मात दे सके हैं, यानी, मिड कैप फंड के लिए इंडेक्स को मात देना आसान नहीं है.
मनी9 हेल्पलाइन ने सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर सूर्य भाटिया से बात की और समझना चाहा कि एक आम निवेशक के लिए ETF और म्यूचुअल फंड्स में से क्या सही है.
विशेष अवसरों पर कब्जा करने का लक्ष्य रखने वाले म्युचुअल फंड को स्पेशल सिचुएशन फंड कहा जाता है. इसमें निवेश से वेल्थ क्रिएशन का मौका मिलता है.
खर्चों को कम करने के लिए एक्सेल शीट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. महीने के आखिर में आप अच्छे से देख पाएंगे कि आपकी कमाई का बड़ा हिस्सा कहां जा रहा है.
अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग के विपरीत, निवेश बहुत अधिक भागीदारी वाली चीज होती है जो या तो भाग्य बना सकती है या उन्हें खराब कर सकती है.
Investment: एक साल के रिटर्न वाले 'भूत' से बचिए ! Edelweiss AML की MD और CEO राधिका गुप्ता के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में नया निवेश करने वालों को इस 'भूत' से बचना बहुत जरूरी है.
कई म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) कंपनियां अपनी वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन रिडेम्पशन की सुविधा उपलब्ध कराती हैं.
Mutual Funds: तरह STP (सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान) में एक सुरक्षित फंड से दूसरे ज्यादा जोखिम वाले फंड में धीरे-धीरे पैसे ट्रांसफर होते हैं.
Mutual Funds: मिडकैप स्कीमों में 958.17 करोड़ रुपये का निवेश आया है. वहीं सेक्टरल फंड्स में भी निवेशकों की ओर से रुझान मजबूत रहा है.
Mutual Fund: इस फंड में अगर आपने एक साल पहले 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया होता तो आज वो बढ़कर 2.77 लाख रुपये हो चुका होता